"तत्काल दुश्चिंता से राहत: मन को शांत करने की 15 तकनीकें"

ये तकनीक उन परिस्थितियों में भी अत्यंत लाभप्रद साबित होंगी जब आपकी घबराहट अचानक बढ़ जाती है जैसे आप किसी साक्षत्कार में शामिल होने जा रहे हों, या लोगों के सामने भाषण देना हो, परीक्षा भवन में बैठे हों। दुश्चिंता से ग्रस्त व्यक्ति अक्सर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर वे अपमानित महसूस करते हैं, सामान्य चुनौतियाँ भी बड़ी लगने लगती हैं।

Y SIDHARTH

8/15/20231 min read

"तत्काल दुश्चिंता से राहत: मन को शांत करने की 15 तकनीकें"

रोजमर्रा की दुश्चिंता प्रबंधन (anxiety management) चुनौतीपूर्ण और कठिन है। टाइम ट्रेवल (time travel) (भूतकाल या भविष्य की यात्रा) की हमारी आदत और यह भावना कि हमारा मन नियंत्रण से बाहर हो गया है, हमारी दुश्चिंता का स्तर बढ़ा देता है। हमारी मानसिक प्रक्रियाएँ स्वाभाविक रूप से हमारी रक्षा के लिए बनाई गई हैं। आधुनिक दुनिया में लोगों को बुरी तरह से प्रभावित करने वाली सबसे सामान्य समस्याओं में से एक दुश्चिंता है। जब आपका दिमाग भविष्य में जाता है और किसी खतरनाक परिस्थिति का पता लगाता है, तो दुश्चिंता उत्पन्न होती है। जब हमारा मन घबराहट की स्थिति में प्रवेश करता है, तो दुश्चिंता हमारे शरीर को प्रभावित करने लगती है। यह इतना आम हो गया है कि लोगों ने इसे हमारे जीवन का एक हिस्सा मानाना शुरू कर दिया है। यह आम तौर पर कार्य करने की हमारी क्षमता को बाधित करता है और हमारी रचनात्मकता को नष्ट करता है। लगातार दुश्चिंता से जूझ रहा व्यक्ति जीवन के सभी पहलुओं पर इसके प्रभाव का अनुभव करता है, चाहे वह कार्य क्षेत्र हो, सम्बन्ध हो, या स्वास्थ्य हो। फिर भी, आप अकेले नहीं हैं, और आप असहाय भी नहीं हैं।

आपको आत्म-नियंत्रण करना सीखना होगा और कुछ प्रभावी तकनीकों का अभ्यास करना होगा जो आपकी चिंता के स्तर को तुरंत कम कर सकती हैं ताकि आप बेहतर काम करने के लिए अपनी ऊर्जा इकट्ठा कर सकें।

1. गहरी सांस लेना (Deep Breathing): चार तक गिनने तक अपनी नाक से धीमी एवं गहरी सांस लें, चार तक गिनने तक रोकें और चार तक गिनने तक अपने मुंह से गहरी सांस छोड़ें। इसे कई बार दोहराएं।

2. ग्राउंडिंग तकनीक (Grounding Techniques): खुद को वर्तमान क्षण में लाने के लिए अपनी इंद्रियों पर ध्यान केंद्रित करें। अपनी प्रत्येक इंद्रिय को उसके विषय से संलग्न करें: अपने आस पास की पांच चीजें जिसे आप देख सकते हैं उसका नाम लें (आँख), चार वस्तुओं के नाम जिसे आप छू सकते हैं (त्वचा), तीन जिसे आप सुन सकते हैं (कान), दो जिसे आप सूंघ सकते हैं (नाक), और एक जिसका आप स्वाद ले सकते हैं (जिह्वा)।

3. क्रमशः मांसपेशी विश्राम (Progressive Muscle Relaxation): क्रमशः अपने शरीर के प्रत्येक मांसपेशी समूह में तनाव दें और फिर धीरे-धीरे विश्राम की स्थिति में लायें, अपने पैर की उंगलियों से शुरू करके अपने सिर तक बढ़ते जाएँ।

4. दृश्यावलोकन (Visualization): अपनी आंखें बंद करें और शांत, मनोरम वातावरण की कल्पना करें। प्रत्येक विवरण को देखने के लिए अपनी सभी इंद्रियों का उपयोग करें जैसे आंखों के लिए मनोरम दृश्य, कानों के लिए पक्षियों की मधुर आवाज, नाक के लिए पुष्प सुगंध, त्वचा के लिए ठंढी हवाओं का स्पर्श।

5. सकारात्मक आत्म-चर्चा (Positive Self-Talk): नकारात्मक विचारों को हटाने के लिए तर्कसंगत, सकारात्मक विचारों का सहारा लें। अपने आप को याद दिलाएं कि दुश्चिंता अस्थायी है और आप पहले भी इसका सामना कर चुके हैं।

6. माइंडफुलनेस मेडिटेशन (Mindfulness Meditation): अपनी सांस या साधारण अनुभूति पर ध्यान केंद्रित करें। जब आपका मन भटकता है, तो बिना किसी आत्म आलोचना के धीरे से अपना ध्यान वापस लाएँ।

7. किसी गतिविधि में शामिल हों (Engage in an Activity): कुछ ऐसा करें जिसमें आपको आनंद आए या जिसमें आपका पूरा ध्यान लगे, जैसे चित्र बनाना, पढ़ना या पहेलियां सुलझाना।

8. शारीरिक गतिविधि (Physical Activity): टहलने जाएं, कुछ हल्की स्ट्रेचिंग करें, या एंडोर्फिन स्राव करने के लिए थोड़ी देर व्यायाम करें।

9. अरोमाथेरेपी (Aromatherapy): लैवेंडर या कैमोमाइल जैसी कुछ सुगंधें विश्राम को बढ़ावा देने में मदद कर सकती हैं। आवश्यक तेलों या सुगंधित मोमबत्तियों का प्रयोग करें।

10. संगीत सुनें (Listen to Music): शांत या सुखदायक संगीत चुनें जिसका आप आनंद लेते हैं। संगीत आपके मूड पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

11. इसे लिख लें (Write It Down): अपने विचारों और भावनाओं को लिखने से आपको परिप्रेक्ष्य हासिल करने और दबी हुई भावनाओं को दूर करने में मदद मिल सकती है।

12. किसी सहायक व्यक्ति से जुड़ें (Connect with a Supportive Person): किसी ऐसे मित्र या परिवार के सदस्य से संपर्क करें जो आपको समझता हो और आपका समर्थन करता हो।

13. स्ट्रेस बॉल या फिजेट टॉय का उपयोग करें (Use a Stress Ball or Fidget Toy): अपनी इंद्रियों को स्पर्श से जोड़ने से आपका ध्यान पुनर्निर्देशित करने और दुश्चिंता कम करने में मदद मिल सकती है। कुछ उपयोगकर्ताओं का मानना है कि ये खिलौने उन्हें चिंता, निराशा, उत्तेजना, ऊब और उत्साह को सहन करने में मदद करते हैं।

14. हँसें (Laugh): कोई मज़ेदार वीडियो देखें, कोई कॉमेडी पॉडकास्ट सुनें, या कोई हल्की-फुल्की किताब पढ़ें।

15. उत्तेजक पदार्थों को सीमित करें (Limit Stimulants): कैफीन, निकोटीन और अन्य उत्तेजक पदार्थों से बचें जो दुश्चिंता को बढ़ा सकते हैं।

याद रखें कि अलग-अलग तकनीकें अलग-अलग लोगों के लिए बेहतर काम करती हैं, इसलिए कुछ को आज़माना और यह देखना एक अच्छा विचार है कि कौन सी आपके लिए सबसे प्रभावी हैं। यदि आपकी दुश्चिंता गंभीर या लगातार बनी हुई है, तो मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से मार्गदर्शन लेना आवश्यक है।